ItihaasakGurudwaras.com A Journey To Historical Gurudwara Sahibs

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गुरुदवारा श्री माई भागो जी, बिदर जिले के जनवाड़ा गाँव में स्थित है | माई भागो जी जिनको 'टूटी गांठने' का वर प्राप्त है, वह हैं जिनको दसम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज की तरफ से भूख और लड़ाई के हाथों तंग आये सिंह, जो दसम पिता को बेदावा लिखकर दे आए थे, बेदावा पड़वाकर भाई महां सिंह जी को 'मुक्ते ' का वर दिलवाया था | उनके साथ सरे जथे के ४० सिंघों को 'मुक्ते 'की पदवी प्राप्त हुई और अरदास में ४० मुक्तों को निवाजा जाता है | इस उच्च पदवी पर पहुँचाने का श्रेया माता जी को ही जाता है जिन्होंने मुकतसर में बेमुख हुए सिंघों को गुरु साहिब के साथ दुबारा जोड़ने का महान काम किया |

माई भागो जी जनवाडा कैसे पहुंचे ?

यह ब्रितांत दसम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के ज्योति जोत समाने के बाद का है | हकुमत ने रुस्तम राव तथा बाला जी राव को, जो जनवाडा के राव (रजवाड़े ) थे, पुणे के नजदीक सतारा किले में बंदी बना रखा था | हर रोज़ की अरदास में यह दोनों महाराज के आगे अपनी रिहाई की अर्जोई करते थे | तब महाराज जी ने प्रकट हो कर इन्हें आज़ाद किया और हुकम दिया के नांदेड जाकर यह बंदी छोड़ वाली घटना का ब्रितांत संगतों को सुनाए ता के संगत जान सके के सतगुरु हाज़िर -नाज़िर हैं| इस हुकम अनुसार, रुस्तम राव तथा बाला राव कुछ देर नांदेड में ही रहे और कीर्तन दरबार का आनंद लेते रहे | फिर उन्होंने घर जाने की इच्छा प्रकट की और हुकूमत से डरते जथेदार सिंह को बेनती की के उनकी हिफाज़त के लिए उनके साथ कुछ सिंह रवाना किए जाएं | बेनती को परवान करते हुए जथेदार जी ने सांगत में सिंघों को संबोधित किया परन्तु कोई भी सिंह दसम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के अंतिम अस्थान को छोड़कर नहीं जाना चाहता था | यह देखकर माई भागो जी ने संगत में खड़े होकर कहा के वह इस सेवा के लिए तैयार हैं | इस प्रकार माई भागो जी रुस्तम राव तथा बाला राव, जनवाड़ा (बिदर ) आए और उनकी गढ़ी में रहने लगे | जनवाड़ा रहते हुए माई भागो जी रोजाना गुरुदवारा श्री नानक झीरा साहिब आकर इशनान कीया करते और अपना नितनेम भी गुरुदवारा साहिब में ही करते, साथ-साथ में सिखी का प्रचार करते हुए वापिस आते | इसी तरह स्किखी का प्रचार करते-करते माई भागो जी कुछ समय बाद वहीं जनवाडा में ही रुस्तम राव के घर गुरपुरी सिधार गए |

तस्वीरें ली गईं :-१५ दिसंबर, २००९
 
गुरुद्वारा साहिब,गुगल अर्थ के नकशे पर
 
 
  अधिक जानकारी :-
गुरुदवारा श्री माई भागो जी

किसके साथ संबंधित है :-
  • श्री माई भागो जी(माई भाग कोर जी)

  • पता:-
    जनवाड़ा गाँव
    बिदर देगलुर रोड़
    जिला :- बिदर
    राज :- कर्नाटक
    फ़ोन नंबर:-
     

     
     
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