ItihaasakGurudwaras.com A Journey To Historical Gurudwara Sahibs

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गुरुद्वारा श्री सैदराना साहिब गांव बिली बरैच जिला जालंधर में स्थित है। श्री गुरु हरराये साहिब जी करतारपुर साहिब से 2200 घूड़ सवार सेना के साथ वापस आते समय यहां आए। गुरू साहिब माला कसबा में यहां पहुंचे, यह स्थान घने जंगल से घिरा हुआ छोटा शहिर था। पहले इस क्षेत्र के एक अमीर व्यक्ति भवंगीर ने करतारपुर साहिब में गुरू साहिब का दौरा किया और इस क्षेत्र का दौरा करने का अनुरोध किया। उस समय यह ग्रमियों का मैसम था। इसलिए गुरू साहिब ने वादा किया कि वह सर्दियों में आएंगे अपने वादे को पूरा करते हुए गुरू साहिब यहां आए। उन दिनों यहाँ जंड का पेड़ था। सिंह ने अपने घोड़े को बांध दिया और पानी खोजने लगे। सिंह ने पानी के लिए गुरू साहिब से अनुरोध किया। गुरू साहिब ने अपना तीर निकाला और तीर मार दिया। आगे उन्होंने अपने सिंह से उ स जगह को खोदने को कहा। जब खुदाई शुरू हुई तो मीठा पानी निकलने लगा। तब गुरू साहिब ने अपने सिंह से कहा कि वे भागवगीर को बुलाएँ जो इस क्षेत्र से हैं। सिंह के उनके घर पहुंचने से पहले, गाँव के किसी व्यक्ति ने उन्हें गुरू साहिब की यात्रा के बारे में बताया। उन्हें चिंता थी कि गुरू साहिब के साथ बहुत सारे सिंह हैं, वह उन्हें कैसे प्रबंधित करेंगे। वह सब कुछ कर रहा था, लेकिन बस उसके विचारों ने उसे वापस खींच लिया और उसने अपने परिवार के सदस्यों से पूछा कि अगर गुरू साहिब से कोई भी उसके बारे में पूछने के लिए आता है, तो उन्हें ना बताएं कि वह यहां हैं। और वह खुद घर में छिप गया। गुरू साहिब ने अपने सिंह को तीन बार भेजा, लेकिन हर बार उनके परिवार ने एक ही जवाब दिया। तब गुरू साहिब ने कहा "जे नहीं है ता फेर न साही" उसी शहर में गुरू साहिब का एक और अनुयायी था फकीर फतेह शाह औलिया। जब उसे पता चला कि भवंगीर ने ऐसा किया है, तो वह अनुयायियों के साथ यहां गुरू साहिब से मिलने आया और भवांगिर और इस शहर को माफ करने का अनुरोध किया। गुरू साहिब ने कहा कि इस शहर को ध्वस्त किया जाएगा। और कुछ वर्षों के बाद उस शहर को ध्वस्त कर दिया गया और अब इसके कोई संकेत नहीं हैं। गुरू साहिब ने फकीर फतेह शाह औलिया के अनुयायी को भी आशीर्वाद दिया कि जो कभी भी भक्ति के साथ यहां आएगा, उसकी इच्छाएं पूरी होंगी। बाद में संगत आ रही थी, गुरू साहिब ने पूछा कि वे कौन हैं और कहाँ से आ रहे हैं। फकीर जी ने उत्तर दिया कि गुरू साहिब यह गांव बिली का लोग हैं, वे गुरू साहिब के लिए दूध और अन्य खाने के लिए लाए।

 
गुरुद्वारा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर
 
 
  अधिक जानकारी :-
गुरुद्वारा श्री सैदराना साहिब, बिली बरैच

किसके साथ संबंधित है :-
  • श्री गुरु हरराये साहिब जी

  • पता :-
    गांव :- बिली बरैच
    ज़िला :- जालंधर
    राज्य :- पंजाब
    फ़ोन नंबर :-
     

     
     
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